पलामू के दो लाल वीर सपूतों की शहादत से पूरा क्षेत्र गमगीन है। तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) के नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सिपाही संतन मेहता (ग्राम बरेवा, हैदरनगर) और सिपाही सुनील राम (ग्राम परता, हैदरनगर) वीरगति को प्राप्त हुए। दोनों की शहादत पर संत मरियम विद्यालय परिवार ने गहरा शोक व्यक्त किया।
विद्यालय में चेयरमैन अविनाश देव की अध्यक्षता में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान, बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बेटे के शौर्य की सुगंध है शहादत, जिससे माता का आंचल दमकता है, लेकिन यह भी सच है कि विचारों की टकराहट में मौत की नींद सोना समाज और राष्ट्र दोनों की बड़ी क्षति है।
उन्होंने आगे कहा कि आजादी के बाद हथियार की कोई जगह नहीं रह गई है। बाबा साहब अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान की ताकत से ही सड़क और संसद का रास्ता खुलता है। हमें संविधान का भरपूर उपयोग करना चाहिए। आतंकवाद, उग्रवाद, अलगाववाद और अराजकतावाद देश को कमजोर करते हैं, परिवारों को ताउम्र बिलखने पर मजबूर करते हैं। अविनाश देव ने युवाओं और प्रबुद्ध नागरिकों से आह्वान किया कि वे मुख्यधारा में आकर संघर्ष करें, तभी विकास की गंगा बहेगी और देश मजबूत बनेगा।
Tags
पलामू