डीसी ऑफिस में लगा जनता दरबार, समस्या का ऑन द स्पॉट हुआ निष्पादन |DC heard everyone problem


पलामू उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी समीरा एस ने समाहरणालय सभागार में बुधवार को जनता दरबार लगाया।इसमें जिले के विभिन्न क्षेत्रों से व्यक्तिगत एवं सामाजिक समस्या लेकर काफी संख्या में लोग पहुंचे। उपायुक्त ने उनकी समस्याएं सुनीं और प्राप्त आवेदनों को संबंधित अधिकारियों को अग्रसारित करते हुए यथोचित कार्रवाई के निर्देश दिया।कई समस्याओं का ऑन द स्पॉट भी निष्पादन किया गया।वहीं कुछ आवेदनों को संबंधित विभाग के अधिकारियों को अग्रसारिह करते हुए प्राथमिकता के आधार पर निष्पादित कर लोगों को लाभान्वित करने की बात कही।

 जनता दरबार में प्राप्त होने वाले कुछ प्रमुख आवेदन

जनता दरबार में सिंदुरिया के ग्राम चट्टी निवासी 83 वर्षीय अंजनी देवी के पोते ने उपायुक्त को बताया कि उनके दादी का पेंशन पिछ्ले दो वर्षों  से आधार नहीं रहने के कारण बंद पड़ा है।उन्होंने कहा कि दादी का पेंशन बनाने हेतु ऑनलाइन आवेदन किया गया है लेकिन अबतक आधार कार्ड नहीं बन पाया है।उन्होंने कहा कि दादी के पेंशन राशि से ही उनका दवाई-बीरो चलता है।उन्होंने उपायुक्त से अपने दादी का आधार कार्ड बनवाने में सहयोग करने को लेकर अनुरोध किया,इसपर डीसी ने यूआईडी के डीपीओ उदय सिंह को ऑन स्पॉट बुलाकर उक्त आवेदन सौंपते हुए अगले एक सप्ताह में अंजनी देवी का आधार कार्ड बनवाने की बात कही।इसी तरह सतबरवा से आयी अर्चना कुमारी ने बताया कि उनकी मां की मृत्यु सदर होस्पिटल में वर्ष 2003 में हो गया था जिसके पश्चात उस वक्त हॉस्पिटल द्वारा मेरी मां का मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत किया गया था लेकिन जब उक्त प्रमाण पत्र को झारखंड वनांचल ग्रामीण बैंक में फिक्स्ड राशि के निकासी हेतु उपयोग के लिये प्रस्तुत किया जाता है तो बैंक प्रबंधन द्वारा उक्त मृत्यु प्रमाण पत्र को मान्यता नहीं प्रदान किया जाता है।बैंक द्वारा कहा जाता है कि सक्षम प्राधिकार द्वारा निर्गत मृत्यु प्रमाण पत्र ही माना जायेगा।इस कार्य हेतु मैं मेदिनीनगर नगर निगम व सतबरवा ब्लॉक कार्यालय का कई बार चक्कर लगा चुकी हूं लेकिन अब तक कहीं से कोई फलाफल नतीज़ा नहीं हुआ है।आवेदन का अवलोकन के पश्चात उपायुक्त ने मेदिनीनगर के सहायक नगर आयुक्त को आवेदन अग्रसारित करते हुए स्वर्गीय पुष्पा देवी का मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने को लेकर निर्देशित किया।इसी तरह सदर अंचल के ग्राम रेड़मा से आयी एक महिला ने उपायुक्त को बताया कि उनके पति की मृत्यु रेल हादसे में हो गया है जिसके पश्चात उनके ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा पारिवारिक संपत्ति का बिक्री किया जा रहा है जिससे मुझे वंचित रखा जा रहा है।अतः उन्होंने उपायुक्त से सदर अंचल से रेजिस्टर टू की सत्यापित कॉपी प्रदान कराने को लेकर अनुरोध किया।इसी तरह चियांकी के रामआशीष कुमार ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत अपनी बेटी रुपाली का नामांकन कक्षा 1 में कराने का अनुरोध किया।इसी क्रम में धर्मेंद्र कुमार विश्वकर्मा ने जनता दरबार में उपायुक्त के समक्ष कहा कि वर्ष 1999 में उग्रवादियों द्वारा मेरे पिता की हत्या कर दी गयी थी जिसके कारण हमारा परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है।उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा मारे गये व्यक्ति के परिवारजनों को सरकारी नौकरी एवं मुआवजा दिये जाने का प्रावधान है लेकिन अबतक उन्हें न तो नौकरी मिली है,ना ही किसी तरह का मुआवजा।उन्होंने उपायुक्त से पूरे मामले का संज्ञान लेकर न्याय करते हुए उचित कार्रवाई करने को लेकर अनुरोध किया।इसी तरह उंटारी रोड से आये विजय प्रताप सिंह ने उपायुक्त से उनके नाम का फ़र्ज़ी तरीके से इस्तेमाल कर मनरेगा के तहत योजना लिये जाने के संबंध में शिकायत किया।उपरोक्त के अतिरिक्त जनता दरबार में मुख्य रूप से भूमि विवाद,सार्वजनिक रास्ता रोकने,अयोग्य लाभुकों को पीएम आवास दिये जाने,दाखिल खारिज,राजस्व,स्वास्थ्य विभाग,आपूर्ति,पेयजल, शिक्षा,कल्याण विभाग से संबंधित आवेदन प्राप्त किये गये।

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