विश्व के कल्याण के लिए ही धरा पर अवतरित होते हैं संत, सरोवर व तरुवर : पर्यावरण धर्मगुरु डॉ कौशल व पार्षद अमित |Worldwide Environmental Protection Campaign


पलामू। छतरपुर अनुमंडल के कोकरो और चैनपुर के फॉरेस्ट बंगला में विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व बनाराखी मूवमेंट के प्रणेता ट्री मैन डॉ कौशल किशोर जायसवाल और छतरपुर पूर्वी के जिला पार्षद अमित कुमार जायसवाल ने पर्यावरण धर्म के तहत पौधरोपण कर गुरु नानक देव व भगवान बिरसा मुंडा की जंयती मनाई। वही उन्होंने रांची से आये पलामू प्रमंडल के पूर्व आयुक्त जटाशंकर चौधरी के साथ चैनपुर फॉरेस्ट बांग्ला परिसर  में पर्यावरण धर्म के तहत थाईलैंड प्रजाति के आम का पौधा लगाकर  झारखंड राज्य का स्थापना दिवस मनाया। डॉ कौशल ने  इस दिवस को यादगार बनाने के लिए पूर्व प्रमंडलीय आयुक्त को हिमाचल के कपुर का पौधा देकर उन्हें सम्मानित किया।।
उन्होंने कार्यक्रम में शामिल लोगों को पर्यावरण धर्म के आठ मूल ज्ञान मंत्रों  की शपथ भी दिलाई। डॉ कौशल ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने जनजातिय उत्थान और देश की आजादी के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया था।  उन्होंने प्रदूषण रूपी अंग्रेजों का विरोध करते हुए 1897 में खूंटी थाने में हमला बोला था और डोगरा पहाड़ी से अंग्रेजी प्रदूषण से आजादी के बिगुल फूंक था। उनका नारा था अबुआ दिशुम अबुआ राज। "19 फरवरी 1900 ई को उन्हें चक्रधरपुर से गिरफ्तार कर रांची जेल में लाया गया था। जहां सन 1909 में जनजातिए संस्कृत के गौरव एवं मां भारती के इस सच्चे सपूत ने आखरी सांसें ली थी। हम वैसे वीर सपूत को उनकी जयंती पर  हृदय से नमन करता हूँ। छतरपुर के जिला परिषद अमित कुमार जायसवाल ने सिखों के गुरु  नानक देव जी को नमन करते हुए कहा कि आज देश भर में उनकी जयंती को गुरु पर्व व प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जा रही है। श्री गुरु नानक देव जी सच्चे संत एव समाज में फैली कुरीतियों को सुधारक थे।। उन्होंने संगत पंगत की रीत चलाकर सामाजिक बैमनस्ता को मिटाने का जो प्रयास किया उससे देश की एकता  अखंडता और सामाजिक ताने बाने को मजबूती मिली है। मौके पर पंचायत डाली बाजार के पूर्व उप मुखिया अफजाल अंसारी, मोती साव, मनोज प्रसाद यादव, गुलाम गौस, डॉ कृष्ण यादव, शिवनाथ सुरीला, डॉ नारायण प्रसाद यादव करीना अंसारी आदि उपस्थित थे।

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