Environmentalist Kaushal Kishore honored: परिश्रम व सेवा सफलता की वह कुंजी है जिससे भाग्य के सभी ताले खुलते हैं : कौशल किशोर

Dhananjay Tiwari
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✍️धनंजय तिवारी

प्रतिनिधि, पलामू : दैनिक जागरण की ओर से 29 मई  को शहर के बेलवाटिका स्थित गुरु तेग बहादुर मेमोरियल हॉल में जीनियस अवार्ड का आयोजन किया गया। इसमें 2024 में झारखंड  अधिविद परिषद, सीबीएसई व आइसीएसइ बोर्ड से मैट्रिक व इंटर की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले करीब 500 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। जीनियस अवार्ड समारोह  का उद्घाटन प्रथम महापौर अरुण शंकर, संत मेरियम स्कूल के चेयरमैन  अविनाश देव, ग्रीन वैली इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक पंडित प्रदीप नारायण प्रजापति, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यप्रो.(डॉ) अमरेंद्र सिंह के साथ विश्व व्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया।  उन्होंने कहा कि लोग भीषण गर्मी व घोर जल संकट की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हम आने वाला पीढ़ी को क्या जवाब देंगे। मानवीय भूलों के कारण धरती के कई जीव समाप्त हो गए। कई समाप्ति के कगार पर है । अकेले भारत में 1372 प्रजाति के पौधे  असुरक्षित और अस्तित्व की संकट से जूझ रहे हैं । उसी तरह से जल के लिए मानव जुझ रहे हैं। धरती पर रहने वाले जीवों की 37 फ़ीसदी प्रजातियां  और पानी में रहने वाले जीवो की 47 फ़ीसदी प्रजातियां के अलावे 1147 प्रकार के मछलियों पर विलुप्ति का खतरा मंडरा रहा है।  समय रहते अपना धर्म के साथ-साथ पर्यावरण धर्म के आठ मूल मंत्रों  को नहीं अपनाया तो डायनासोर की तरह मानव की जीवनलीला भी समाप्त होने से कोई रोक नहीं सकता।
पर्यावरण धर्म गुरु कौशल ने कहा कि जानलेवा गर्मी और भीषण जल संकट के लिए मानव खुद जिम्मेवार है। उन्होंने कहा कि जब  जनसंख्या विस्फोट हुआ तो भोजन बनाने के लिए लोग जंगल की अंधाधुंध कटाई की।  वहीं सुविधा के लिए गाड़ियां  उद्योग धंधे, व माइनिंग का कार्य बड़ा आकर लिया जिससे बेतहासा बढा प्रदूषण पूरे धरती और ब्रह्मांड को चपेट में ले लिया।  जिससे प्रकृति की नई-नई आपदाएं आने लगी । उस आपदा से मानव के साथ-साथ पशु पक्षी की भी  मौत पानी के अभाव व  भीषण गर्मी से हो रही है। बढ़े हुए प्रदूषण को रोकने का उपाय भी मानव को ही करना होगा। तभी आने वाली पीढ़ी को बचाया जा सकता है।
समारोह में श्री जायसवाल ने करीब 100 बच्चों को मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर न सिर्फ उनका हौसला अफजाई किया बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य की भी मंगल कामनाएं की। कार्यक्रम संचालन रेडियो प्रसारण के एलाउंसर शालिनी सिंन्हा ने कि छात्र छात्राओं के अलावे सैकड़ो अभिभावक भी उपस्थित थे।

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