झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने आज मेदिनीनगर में प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा है कि नावाबाजार प्रखण्ड के तुकबेरा ग्राम के दलित टोला के लगभग 50 घरों के दलितों का गैरमजरुवा जमीन (थाना सं०137,खाता सं०1, प्लाॅट सं०285 ,रकबा 225 एकड़ लगभग) से 60 वर्षों से निकलने वाले रास्ता पर जेसीबी लगाकर काटने व तार से घेरकर सदा के लिए रास्ता रोकने वाले बबलू पाण्डेय पिता-विंध्याचल पाण्डेय के इस अमानवीय हरकत की कड़ी निन्दा करते हुए कहा है कि आरक्षी अधीक्षक पलामू श्रीमती रिष्मा रमेशन जी को इस मामले में स्वयं हस्तक्षेप व जांच कर आरोपी के ख़िलाफ़ शीघ्र ही अ०जा०/ज०जा० अत्याचार निवारण अधिनियम की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाकर कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
प्रेस को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि दिनांक 26/6/2024 को प्रातः 8:00 बजे श्री अजीत पाण्डेय उर्फबबलू पाण्डेय (ग्राम-राजहारा)तीन गाड़ी में भरकर अज्ञात व्यक्तियों के साथ जेसीबी मशीन लगाकर हथियार के बल पर दलितों को जातिसूचक गाली-गलौज व भयाक्रांत कर वर्षों पुराने रास्ते को दलित लोगों द्वारा भारी विरोध के बावजूद भी रास्ता काट कर जाली व लोहे के राॅड से घेरने का कार्य किया है,जो निंदनीय कृत्य है।
वार्ता में जेकेएम अध्यक्ष ने कहा है कि एन०एच०98 के ठीक बगल में अवस्थित
उपरोक्त खाता-प्लाॅट की जिस जमीन पर कभी स्टेडियम बनाने के लिए बड़े रसूखदार अतिक्रमणकारियों को कब्जे हटाने के लिए सदर एसडीओ मेदिनीनगर के कोर्ट में विविध वाद संख्या 135/2023 के द्वारा धारा 144 तक कायम हो चुकी है,आज उसी जमीन को रैयती बताकर आरोपियों द्वारा एससी एसटी थाने की पुलिस को गुमराह किया जा रहा है,जिसकी जांच में 15 दिन से ज्यादा समय लगने की बात थाना प्रभारी श्री नारायण सोरेन द्वारा कही जा रही है? जबकि पूरे तुकबेरा पंचायतवासियों को पता है कि जिस रास्ते को श्री बबलू पाण्डेय ने दबंगई दिखलाते हुए काट कर घेरने का कार्य किया है,उसी रोड को तुकबेरा पंचायत के मुखिया श्री विनोद विश्वकर्मा पूर्व में बनवा चुके हैं।अगर वह जमीन श्री बबलू पाण्डेय का था,तब उस वक्त अपनी कथित रैयती जमीन में उन्होंने रोड बनने का विरोध क्यों नहीं किया था?
प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि नावाबाजार अंचल में भू राजस्व के हल्का कर्मचारियों/अमीन/सीआई/सीओ आदि के घोर निष्क्रियता व अतिक्रमणकारियों के साथ मिलीभगत के कारण रबदा व तुकबेरा जैसे पंचायतों में भारी मात्रा में उपलब्ध गैरमजरुवा जमीनें जिसमें हाई स्कूल,काॅलेज,स्वास्थ्य उपकेन्द्र, स्टेडियम आदि सरकारी भवनों का निर्माण कराया जा सकता था,आज उन जमीनों पर अवैध रूप से या तो लोग पक्का घर बना रहे हैं,अथवा उसकी घेराबंदी कर कब्जा कर चुके हैं। निश्चित रूप से लोभ-लालच में आकर वैसे गैरमजरुवा जमीनों को अतिक्रमणकारियों के हवाले कर भ्रष्ट कर्मचारी व अधिकारी सरकारी आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं,जो भविष्य के विकसित झारखण्ड के अधिसंरचना निर्माण के लिए भयावह होगा।
वार्ता के अंत में उन्होंने कहा है कि अगर प्रशासन ने उपरोक्त मामले में एससी एसटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करते हुए दलितों के रास्ते से अतिक्रमण नहीं हटाया तो शीघ्र ही आन्दोलन शुरू कर दिया जाएगा।प्रेस वार्ता में तुकबेरा ग्रामवासी दलित रामशरण राम,सोनू कुमार, जेकेएम के नेता मो०यासीन अंसारी व कृष्णा बैठा उपस्थित थे।
Tags
पलामू