भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव सह डालटेनगंज विस के पूर्व विधायक उम्मीदवार रूचिर कुमार तिवारी ने केंद्र सरकार के द्वारा लोकसभा के अंदर मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों को 30 दिन तक जेल के अंदर रहने के बाद उसे पद से इस्तीफा देने हेतु लाया गया विधायक को मोदी सरकार के द्वारा लाया गया तुगलकी फरमान एवं दूसरे राज्य में गठबंधन के मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों को साजिश के तहत जेल भेज कर सरकार गिराने की साजिश बताया है। श्री तिवारी ने कहा कि गृह मंत्री को लोकसभा में अफसरों एवं ब्यूरोक्रेट्स पर लगाम लगाने के लिए विधेयक लाना चाहिए। ताकि भ्रष्ट अफसर एवं आईपीएस अधिकारी जो घूस लेते हुए गिरफ्तार होते हैं और जेल जाने के बाद छूटने के बाद तुरंत उनको नौकरी मिल जाता है और वे पुनः वही नौकरी का काम करने लगते हैं जिसका जीता जागता उदाहरण कर्मचारी एवं झारखंड में कईएक आईएएस ऑफिसर पूजा सिंघल जैसे लोग हैं। पहले सरकार को इन लोगों के प्रति कड़ा कानून लाना चाहिए तभी भ्रष्टाचार खत्म होगा। लेकिन केंद्र सरकार के द्वारा यह कानून विपक्षी नेताओं पर इडी लगाकर के जेल भेजने की साजिश है और उसके बाद विधायक को मोल तोल करके डरा धमका कर उसको अपनी पार्टी में शामिल कर सरकार बनाने की ओर इशारा करती है जो सरासर गलत है भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी लोकसभा के अंदर इस विधेयक का विरोध किया है।
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