विभिन्न सामाजिक संगठनों, प्रशासन के अधिकारियों कर्मचारियों, कलाकारों और मिडियाकर्मियों के सराहनीय प्रयास से इस बार पलामू का मतदान प्रतिशत बढ़ा है। निश्चय ही ये तमाम लोग शाबासी के पात्र हैं।पलामू जिला प्रशासन को मतदान प्रतिशत बढ़ाने में सहयोग करने वाली संस्थाओं ,और लगातार बढ़िया कवरेज करने वाले मीडिया कर्मियों को अवश्य सम्मानित करना चाहिए ताकि इनका हौसला और बढ़े एवं आगामी चुनावों ये और ज्यादा बढ़ चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। जिला प्रशासन से यह उम्मीद करनी भी चाहिए की वे सामाजिक व चुनाव जागरूकता अभियान में सहयोग करने वाले संस्था या अन्य किसी भी लोग को सम्मानित करने का कार्य करे ताकि उनका हौसला आफजाई हो से और वे अगली बार से दुगनी ताकत से शासन - प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सके। इतना तो उम्मीद जिला प्रशासन से करना लाजिमी हो होगा, अब निर्णय लेना पलामू के महामहिम डीसी महोदय का होगा।
कई तरह के सामाजिक व मानवीय कार्य करने वाली पलामू जिला की चर्चित संस्था वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट लगातार जनहित में सक्रिय रहती है। चाहे कोरोना के दौरान महिलाओ तक सेनेटरी पैडस बांटने की बात है,राशन ,मास्क, सेनेटाइजर गांव गांव उपलब्ध कराने की बात हो ,या स्टेशन परिसर डालटनगंज में मौजूद दोना ,पतल बनाने वाले लोगों के लिए भोजन वितरण की बात हो, चाहे सालोंभर कपड़ा बैंक से जरूरतमंदों को कपड़े उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी हो ! यह सारे कार्य वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट बड़ी ही लगन और निष्ठा के साथ करता है।इतना ही नहीं कोरोना वैक्सीन लेने की बारी आई और लोग खौफजदा थे कि वैक्सीन का कहीं साइड इफेक्ट न हो जाए ऐसे में भी इस टीम के लोगों ने घर घर, गांव गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को वैक्सीन दिलाया।खुद इस संस्था ने अपने खर्च पर दर्जनों वैक्सीनेशन कैंप लगाए। वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट ने वैसे बच्चों को शिक्षित करने का भी बीड़ा उठाया है जो शिक्षा के प्रति उदासीन हैं और नियमित रूप से स्कूल नहीं जाते।तमाम सरकारी सुविधाओं के बावजूद बच्चे स्कूल नहीं जाते और माता पिता भी उनकी पढ़ाई के लिए सजग नहीं हैं।सिर्फ इतना ही नहीं सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान हजारों स्कूली बच्चों और आम जनता के बीच चलाने वाली यह इस प्रमंडल की एकमात्र संस्था है! वैसे ही जब जब लोकतंत्र का महापर्व चुनाव आता है तब तब यह संस्था सुदूरवर्ती गांवों से लेकर शहर के विभिन्न मुहल्लों में मतदाता जागरूकता अभियान चलाती है ताकि मतदान प्रतिशत में वृद्धि हो।ऐसी ही संस्थाओं और प्रशासन की मेहनत के बदौलत इसबार जिले का चुनाव प्रतिशत बढ़ा भी है।बुजुर्ग, अस्वस्थ और दिव्यांग मतदाताओं के लिए इस संस्था ने विधान सभा चुनाव में अपना हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया था ताकि उन्हें वाहन सुविधा देकर सुरक्षित रूप से मतदान केंद्र तक पहुंचाया जाए।
वरदान ट्रस्ट की मुख्य कर्ता धर्ता शर्मिला वर्मा ने कहा की उनका ट्रस्ट तो अपने सामाजिक और नैतिक दायित्व का निर्वहन कर रही है लेकिन जिस रूप से जिला प्रशासन का सहयोग मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाता है।
अगर जिला प्रशासन और पब्लिक सपोर्ट मिले तो वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट निश्चय ही और ज्यादा बेहतर कार्य कर पाएगा।जिला प्रशासन से यह उम्मीद है कि वो मतदाताओं को जागरूक करने में लगातार अपनी अहम भूमिका निभाने वाले संगठनों,कलाकारों और मीडिया के बंधुओं की हौसलाअफजाई के लिए एक सम्मान समारोह आयोजित करे।ताकि आगामी चुनाव में वे और बढ़चढ़कर योगदान दें।