Rashtriya Parshuram Seva Yuva Vahini: राष्ट्रीय परशुराम युवा वाहिनी ने बुलाया है कल डालटनगंज जरूर जाएंगे : ब्राह्मण समाज

Dhananjay Tiwari
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✍️धनंजय तिवारी

हर ब्राह्मण है भगवान परशुराम की सेना का वाहक : गुरु पांडे

प्रतिनिधि, पलामू : राष्ट्रीय परशुराम सेवा युवा वाहिनी ने पूरे प्रमंडल सहित सभी ब्राह्मण को परशुराम जयंती महोत्सव का न्योता दिया है सभी सनातनी विप्र परिवार के हर एक सदस्य से एकजुटता- एकरूपता का मिसाल कायम रखते हुए अक्षय तृतीया के दिन चिरंजीवी भगवान परशुराम की जयंती के शुभ अवसर पर 10 म‌ई 2024 दिन शुक्रवार को मेदिनीनगर के रांची रोड स्थित राष्ट्रीय परशुराम सेना युवा वाहिनी के प्रदेश कार्यालय में उपस्थित होकर भगवान परशुराम के प्रति अपने सेवा निष्ठा और समर्पण का परिचय देने का अवसर है। साथ ही हर घर, मंदिर, शिवालय में एक दीप जलाने की अपील की है।
युवा वाहिनी ने प्रत्येक गांव में जाकर सभी ब्राह्मणों को आमंत्रित करने का कार्य किया है ऐसे में युवा वाहिनी के मुख्य संरक्षक अर्जुन पाण्डेय उर्फ गुरु पाण्डेय का कहना है कि यदि किसी कारणवश किसी भी ब्राह्मण परिवार के बीच युवा वाहिनी का न्योता नहीं पहुंच पाया हो तो ऐसे में उन्हें स्वयं ही युवा वाहिनी का एक कार्यकर्ता बनकर स्वयं तो उपस्थित होना ही है बल्कि पूरे गांव समाज से सभी विप्रों को इकट्ठा कर भगवान परशुराम के जन्मोत्सव का हिस्सा भी बनाना है ऐसे में विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी एक सैलाब के रूप में हम सभी पूरे समाज में एक संदेश देने का कार्य करेंगे। 
प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी ने बताया कि 10 मई को जमदग्नि आश्रम प्रदेश कार्यालय रांची रोड रेडमा में सुबह 11:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक भगवान परशुराम के पूजन का कार्यक्रम का आयोजन होगा। उसके उपरांत संध्या में 3:00 बजे से प्रसाद वितरण, मिलन कार्यक्रम एवं संध्या 6:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक भजन संध्या का कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने बताया कि भगवान परशुराम के बताए मार्ग पर चलते हुए हमें समाज को आगे बढ़ाना है उन्होंने कहा कि समाज के लोगों में इस समारोह में को लेकर जबरदस्त उत्साह बना हुआ है 10 म‌ई को आयोजित होने वाले भगवान परशुराम जयंती महोत्सव का निमंत्रण देने के लिए युवा वाहिनी का हर एक सदस्य प्रत्येक गांव टोल मोहल्ले और घर-घर जाकर निमंत्रण देने का कार्य किया है ऐसे में हम सभी जन सैलाब के रूप में उक्त कार्यक्रम में उपस्थित होकर भगवान परशुराम के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन जरूर करेंगे।

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