झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा निलाम्बर पिताम्बर पुर लेस्लीगंज पलामू की एक आवश्यक सभा ए आई डी भवन लेस्लीगंज में हुई। बैठक में झारखंड आंदोलनकारी के राजकीय मान सम्मान अलग पहचान रोजी रोजगार की गारंटी एवं जेल जाने की बाध्यता को समाप्त करते हुए राज्य गठन की तिथि से प्रत्येक आंदोलनकारी को सम्मान पेंशन राशि 50-50 हजार रु प्रति माह देने की मांग सरकार से की गई। जिला प्रशासन झारखंड आंदोलनकारी को 15 अगस्त 15 नवंबर एवं 26 जनवरी को प्रत्येक कार्यक्रम में राजकीय मान सम्मान से सम्मानित करने का दायित्व का निर्वाह करने की मांग की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि 24 अगस्त 2024 को रांची में आयोजित झारखंड आंदोलनकारियों , झारखंड अलग राज्य के मूल्य एवं संवैधानिक अधिकारों की रक्षा का संकल्प सभा रांची के मोराबादी मैदान में करने का ऐलान किया गया।
बैठक में जल जंगल जमीन एवं खतियान की रक्षा के लिए
ऑनलाइन रसीद के स्थान पर मैन्युअल रसीद काटने की भी मांग सरकार से जोर देते हुए की गई। छात्र-छात्राओं के आय प्रमाण पत्र जाति प्रमाण पत्र चरित्र प्रमाण पत्र वगैरह बनाने में सरकार से सहयोग की मांग की गई।
मौके पर मुख्य अतिथि झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक एवं प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड सरकार एवं झारखंड की राजनीतिक पार्टियों झारखंड आंदोलनकारियों को उनके मौलिक अधिकारों को दिलाने के प्रति वफादार नहीं है। जिसके कारण आज झारखंड आंदोलनकारियों के बीच काफी निराशा है। हेमंत सरकार झारखंड आंदोलनकारियों को संवैधानिक अधिकार एवं सम्मान देने का हिम्मत दिखाएं।
24 अगस्त 2024 को झारखंड आंदोलनकारियों के जेल जाने की बाध्यता को समाप्त करते हुए राज्य गठन की तिथि से अपने राजकीय मान सम्मान अलग पहचाने रोजी रोजगार व नियोजन की गारंटी एवं सम्मान पेंशन राशि 50-50 हजार रुपया देने के लिए
झारखंड आंदोलनकारियो व
अलग राज्य के मूल्य तथा संवैधानिक अधिकारों की रक्षा का संकल्प सभा किया जाएगा। इस संकल्प सभा में राज्य भर के हजारों हजार की संख्या में झारखंड आंदोलनकारी परंपरागत अस्त्र- शस्त्र के साथ जुटेंगे व
अपनी आवाज स्वयं बनेंगे, अपनी लड़ाई स्वयं लड़ाई लड़ेंगे।
मोर्चा के केंद्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा की जाति, पार्टी एवं धर्म की भावनाओं से ऊपर उठकर झारखंड आंदोलनकारी गोलबंद होकर काम करें। राज्य सरकार की पहचान झारखंड आंदोलनकारी के कारण ही सरकार की पहचान है। फिर भी अपने ही सरकार में झारखंड आंदोलनकारी की उपेक्षित हैं।
दक्षिणी छोटा नागपुर प्रजामंडल की अध्यक्ष श्रीमती रोजलीन तिर्की ने कहा कि झारखंड अलग राज्य के माय माटी के मूल्यों को स्थापित करने का दायित्व एक-एक झारखंड आंदोलनकारियों का है, सरकार की है।
केंद्रीय संयोजक सतीश कुमार झारखंड आंदोलनकारियों का राजकीय मान सम्मान प्रखंड स्तरीय होना चाहिए। आन्दोलनकारी की अवहेलना होगी, सरकार हमारी नहीं सुनेगी तो हम संग्राम करने के लिए बाध्य हो जाएंगे।
केंद्रीय सचिव शंखनाथ सिंह ने कहा कि झारखंड अलग राज्य के अस्तित्व एवं अस्मिता को हम मिटने नहीं देंगे संघर्ष कल भी किए थे और अपने मान-सम्मान अधिकार के लिए पुनः एक संघर्ष करने को तैयार हैं संघर्ष के बल पर भी अपने इतिहास को आगे बढ़ाएंगे। कार्यक्रम का आयोजन संयोजक भारदुल भैया अध्यक्षता चंद्रधान मेहता एवं संचालन शत्रुघ्न आजाद ने की।
इस मौके पर झारखंड आंदोलनकारियों में पलामू प्रमंडल अध्यक्ष विकेश शुक्ला, प्रमोद सोनी, मुद्रिका सिंह, संजय दुबे उमेश भैया अर्जुन महतो गौरी देवी सुदेश्वर राम अमरीश भुइयां बृज भूषण ब्रजकिशोर यादव रणविजय प्रसाद यादव राजकुमार बैठा राजनाथ उरांव चंपा देवी बस पति बस माटी देवी कलावती देवी फॉर मनी देवी टूना उरांव बाबूलाल उरांव शिवराम दिनेश सर उरांव मोचन भुइयां राम सुंदर महतो अमरजीत उरांव बालकुमार भुइयां राज बेदीया भुइयां विश्वनाथ भुइयां, प्रमोद प्रसाद विरज भुइयां अयोध्या सिंह प्रतिमा देवी विनय कुमार राम सहित बड़ी संख्या में आंदोलनकारी उपस्थित थे।
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