Death in Palamu: डालटनगंज रेड़मा निवासी मिथिलेश तिवारी का सड़क दुर्घटना में मौत हो गई, वे लगभग 70 वर्ष के थे

Dhananjay Tiwari
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डालटनगंज रेड़मा गांव के छेचानी टोला निवासी मिथिलेश तिवारी की रविवार को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। वे लगभग 70 वर्ष के थे। घटना ठीक 06:10 बजे सुबह की है। घटना शहीद चौक कचहरी मोड़ के पास घटी है। घटना की जानकारी मिलते ही गांव के लोग उन्हें देखने टूट पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 16 चक्का ट्रक रेड़मा चौक से छहमुहान चौक की ओर जा रहा था। मिथिलेश तिवारी सदीक चौक से रेडमा की ओर जा रहे थे। इसी बीच तेज गति से आ रहा ट्रक उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। इसके कारण उनका सिर पूरी तरह कुचल गया। घटना के 10 मिनट के अंदर थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार घटनास्थल पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया। इधर ट्रक चालक स्टेट बस डिपो के पास सड़क किनारे ट्रक छोड़कर फरार हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। इधर घटना की सूचना मिलते ही सूबे के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी, भाजपा के पलामू जिला अध्यक्ष अमित तिवारी व कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बिट्टू पाठक आप पार्टी के राकेश तिवारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण व स्वजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। त्रिपाठी ने घटना पर दुख जताया व मिथिलेश तिवारी के पुत्र चंद्रशेखर तिवारी को सांत्वना दी। पोस्टमार्टम हाउस परिसर में मिथिलेश तिवारी के भतीजा व इंडियन रोटी बैंक के संयोजक दीपक तिवारी कई बार मुर्क्षित हो गए। कई साथियों ने उन्हें सहारा दिया व ढांढस बंधाया।

क्या पता था कि अब चाचा नहीं लौटेंगे : रवि तिवारी


घर के बगल के ही रिश्ते में मिथिलेश तिवारी के भतीजा रवि तिवारी ने कहा कि उनकी मौत की खबर मिली तो सहसा विश्वास ही नहीं हुआ। वह अभी-अभी तो उनसे बात करके निकले थे। कहा कि मिथिलेश चाचा प्रतिदिन स्कूटी से लगभग 5 बजे घर से शहर भ्रमण के लिए निकलते थे। आज वे अपने घर से निकालकर उनके घर पर रूके। उन्होंने मिथिलेश चाचा को प्रणाम किया व हालचाल पूछा । इस क्रम में रुक कर वार्तालाप हुई। कहा कि वे प्रत्येक दिन उनके घर पर रुकते थे। कहा कि वह क्या जानते थे कि उनसे अंतिम बात हो रही है। कहा कि वे बड़े ही मिलनसार व्यक्ति थे। शिक्षा के प्रति उनका झुकाव था । अपने चार पुत्र व तीन पुत्रियों शुरू से ही सेक्रेट हर्ट स्कूल से पढ़ाया। उनके एक पुत्र मनिका में शिक्षक हैं व तीन पुत्र दिल्ली में बतौर इंजीनियर कंपनी में कार्यरत हैं।

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